अफ़ग़ानिस्तान: भीषण बाढ़ में 300 की मौत, यूएन महासचिव ने जताया शोक

अफ़ग़ानिस्तान: भीषण बाढ़ में 300 की मौत, यूएन महासचिव ने जताया शोक

अफ़ग़ानिस्तान: भीषण बाढ़ में 300 की मौत, यूएन महासचिव ने जताया शोक

मूसलाधार बारिश के कारण पूर्वोत्तर अफ़ग़ानिस्तान में स्थित इस प्रान्त में भीषण बाढ़ आई जिससे आठ ज़िलों में दो हज़ार से अधिक घर प्रभावित हुए हैं.

सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं या फिर मलबा व कीचड़ जमा होने की वजह से अपने घर में फँसे हुए हैं. कृषि योग्य भूमि बर्बाद हो गई है, मवेशी बह गए हैं, स्कूल बन्द हैं. अब तक 300 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है, 100 से अधिक घायल हैं और बड़ी संख्या में लोग अब भी लापता बताए गए हैं.

यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने एक वक्तव्य जारी करते हुए बताया कि यूएन प्रमुख ने बाग़लान प्रान्त में औचक बाढ़ आने से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त किया है.

उन्होंने इस कठिन समय में अफ़ग़ानिस्तान की जनता के साथ अपनी एकजुटता और पीड़ितों के परिजन के प्रति अपनी सम्वेदना व्यक्त की है. साथ ही, घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.

यूएन प्रमुख ने भरोसा दिलाया है कि अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र उसके साझेदार संगठन, तालेबान प्रशासन के साथ मिलकर मौजूदा आवश्यकताओं का आकलन कर रहे हैं, ताकि जल्द आपात सहायता पहुँचाई जा सके.

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के प्रतिनिधि डॉक्टर तजुद्दीन ओयेवले ने बाढ़ में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने पर दुख प्रकट किया है. मृतकों में 50 से अधिक बच्चे हैं.

बताया गया है कि पिछले कुछ हफ़्तों में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ आने की कई घटनाएँ हुई हैं.

आपात सहायता प्रयास

संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न एजेंसियाँ इस आपदा से प्रभावित हुई आबादी तक जीवनरक्षक सहायता पहुँचाने में जुट गई हैं, जिसके तहत भोजन, शरण स्थल, नक़दी समेत अन्य सेवाओं की व्यवस्था की जा रही है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) द्वारा जीवित बचे लोगों को पौष्टिक बिस्किट प्रदान किए गए हैं. फ़िलहाल बाग़लान प्रान्त में अधिकाँश इलाक़ों में ट्रक से पहुँच पाना कठिन है, जिसके कारण खच्चरों समेत अन्य विकल्पों के ज़रिये राहत सामग्री पहुँचाने की कोशिश की जा रही है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाक़े में सात मीट्रिक टन दवाएँ, मेडिकल आपूर्ति व किट रवाना की गई हैं.

यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार, बाढ़ से हुई क्षति का पूर्ण आकलन किया जा रहा है और आने वाले दिनों में मृतक आँकड़ा बढ़ सकता है. कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर कामकाज ठप हैं, जिस वजह से ज़रूरतमन्दों को अति-आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल नहीं मिल पा रही है.

बाढ़ के बाद उपजी स्थिति में जल-जनित बीमारियों जैसेकि दस्त के सम्भावित फैलाव को टालने के लिए रोकथाम प्रयास किए जा रहे हैं.

अफ़ग़ानिस्तान में अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) के 16 भंडारण केन्द्र हैं, और यूएन एजेंसी अपने साझेदार संगठनों के साथ हालात व ज़रूरतों का आकलन करने और बाढ़ प्रभावित लोगों तक आपात सहायता पहुँचाने में जुटी है.

यूनीसेफ़ ने ज़रूरतमन्द परिवारों के लिए 450 सहायता किट, 500 स्वच्छता सामग्री किट, कम्बल और अन्य राहत सामग्री मुहैया कराई है.

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